नागौर जिले के बाजार में पांच सांडों ने मिलकर एक 17 साल के युवक पर हमला कर दिया। बेकाबू सांड युवक को एक मिनट तक रौंदते रहे। गनीमत रही कि युवक का दोस्त भी साथ था, जो उसे इनके बीच से बचा लाया।नागौर में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। मेड़ता के बीच बाजार में पांच सांडों ने मिलकर एक 17 वर्षीय लड़के पर हमला बोल दिया। बेकाबू सांड नाबालिक लड़के को करीब एक मिनट तक रौंदते रहे। मौके पर पहुंचे दोस्तों ने बीच-बचाव किया। पूरा सांडों का आतंक सीसीटीवी में कैद हो गया। दोस्तों के बीच बचाव के चलते कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। दरअसल, पूरा मामला नागौर में मेड़ता के रेड रोड पर स्थित गरीब नवाज गेस्ट हाउस के बाहर का है।जफर पठान पुत्र मोहम्मद रइस अपने दोस्त रेयान मोयल के साथ होटल पर खाना खाने जा रहा था। जब वह मेड़ता की रेड रोड स्थित गरीब नवाज गेस्ट हाउस के पास पहुंचा। सांड सड़क पर चलता हुआ आया। वहा पर खड़े चार-पांच युवकों में से केवल जफार पठान को ही निशाना बनाया। पास में खड़े सांड भी आए और सभी ने मिलकर जफर पर हमला बोल दिया। दोनों सांडों ने मिलकर पैरों और सींगो से जफर पर जमकर हमला बोल दिया। यह सिलसिला करीब एक मिनट 20 सेकेंड चला।
इस दौरान पास में खड़े जफर पठान के दोस्तों ने बीच-बचाव करने लगे तो इतने में तीन और सांडों ने हमला बोल दिया। मौके पर स्थानीय लोगों भी पहुंच गए। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव करने से जान बच गई। जफार पठान ने बताया, मैं और मेरे दोस्तों के साथ मिलकर हम होटल पर खाना खाने के लिए जा रहे थे।
इसी दौरान जब हम रेड रोड स्थित गरीब नवाज दरगाह के पास पहुंचे तो वहां पर एक सांड खड़ा था। हम साथ निकल ही रहे थे, अचानक सांड ने मेरे ऊपर हमला बोल दिया। इतने में ही मेरे दोस्त बीच-बचाव करने लगे। तब पास खड़ा दूसरे सांड ने भी आकर हमला बोल दिया। इतने में ही तीन और सांड आए और उन्होंने भी मुझे पैरों से कुचलते हुए सड़क के दूसरी तरफ ले गए। स्थानीय लोगों की वजह और मेरे दोस्तों की वजह से मेरी जान बच गई। मेरे शरीर पर खरोंच और चोट के निशान आए हैं।
मोहम्मद रइस ने बताया, आज मेरे बेटे पर पांच सांडों ने हमला किया। लेकिन उसके दोस्तों ने बीच बचाव किया, जिसकी वहज से उसकी जान बच गई। यदि वह अकेला होता तो जान चली जाती। प्रशासन लापरवाही बरत रही है। मेरा तो प्रशासन से अपील यह की आवारा सांडों पर कार्रवाई कर निर्धारित जगह पर छोड़ा जाए।
संपादक :- जय सिंह चौहान