*विगत दो साल से राह देख रहे विशेषज्ञ मिडवाइफ*
बीकानेर 13.11.25। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप प्रसूताओं को सम्मानजनक एवं गुणवतापूर्ण सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में देशभर में मिडवाइफ का अलग कैडर बनाने के लिए समस्त राज्य सरकारों को एनएचएम से वित्तीय सहयोग देते हुए सेवारत अनुभवी नर्सेज को 18 माह का अतिरिक्त प्रशिक्षण देने के लिए मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स और मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर का कोर्स प्रारंभ करने की एडवाइजरी जारी की थी।जिसकी अनुपालना में राजस्थान सरकार ने RNT मेडिकल कॉलेज उदयपुर में नेशनल ट्रेनिंग केंद्र और SMS मेडिकल कॉलेज में स्टेट ट्रेनिंग केंद्र वर्ष 2023 में प्रारंभ किया जहां से मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स के एक बैच और मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर का एक बैच पूर्ण कर चुका है और दूसरे, तीसरे बैच अध्ययनरत है तथा हाल ही में विभाग द्वारा आदेश जारी करके 12 मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स का नया बैच उदयपुर एवं 150 मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर का प्रशिक्षण का बैच स्टेट मिडवाइफरी केंद्र जयपुर, बीकानेर ,कोटा, जोधपुर और उदयपुर के लिए सेवारत विभागीय नर्सिंग कर्मचारियों का प्रारम्भ किया है।
प्रशिक्षण के दौरान एवं प्रशिक्षण उपरांत मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स और मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर चिकित्सालय में आने वाले प्रसूताओं को सम्मानजनक गुणवतापूर्ण सेवाएं दे सके इसके लिए मिडवाइफ लेड केयर यूनिट स्थापित की जानी है ताकि मिडवाइफ़ स्वतंत्र रूप से कार्य करते हुए महिलाओं को सेवाएं दे सके ।
*स्पेशियलिटी एक, संस्थान एक और कोर्स दो ,असमंजस में नर्सेज*
अभी हाल ही माननीय मुख्यमंत्री महोदय की बजट घोषणा की अनुपालना में चिकित्सा शिक्षा विभाग और राजस्थान नर्सिंग कॉन्सिल ने नर्सेज के लिए नए कोर्सेज को अनुमति जारी की जिसमें पोस्ट बेसिक डिप्लोमा इन नर्स प्रेक्टनिशनर इन मिडवाइफरी राजकीय नर्सिंग कॉलेज कोटा में शुरू करने की अनुमति जारी की है जबकि वहां पहले से ही 18 माह के नर्स प्रेक्टनिशनर इन मिडवाइफरी कोर्स के दो बैच चल रहे है । विभागीय सेवारत नर्सेज विभाग और नर्सिंग कौंसिल के इन आदेशों के बाद असमंजस में है ।की कौनसा कोर्स करे या किसकी मान्यता है, ओर किसकी नहीं । जबकि इंडियन नर्सिंग कॉन्सिल पहले ही पोस्ट बेसिक डिप्लोमा इन नर्स प्रेक्टनिशनर इन मिडवाइफरी को नर्स प्रेक्टनिशनर इन मिडवाइफरी कोर्स में मर्ज कर चुकी है । तो आखिर राजस्थान नर्सिंग कॉन्सिल नई अनुमति देकर क्यों नर्सेज को असमंजस में डाल रही है ।
*अनुभवी सेवारत नर्सेज का होता है चयन*
मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स एवं मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर 18 माह का प्रशिक्षण जिसमें मिडवाइफरी क्षेत्र में अनुभवी सेवारत नर्सेज का लिखित परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा और इंटरव्यू के बाद राज्यस्तरीय मेरिट से चयन होता है। जिनका क्रमशः नेशनल ट्रेनिंग केंद्र उदयपुर एवं स्टेट ट्रेनिंग केंद्र जयपुर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर और जोधपुर में प्रशिक्षण हो रहा है।
*अलग बनेगा मिडवाइफ का कैडर*
केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों एवं वर्तमान सरकार के बजट 2025- 26 की बजट घोषणा के अनुसार नर्सेज के लिए विशेषज्ञ कोर्सेज शुरू करके विशेषज्ञ नर्सेज का अलग कैडर बनाया जाएगा जिसमें मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर कोर्स केंद्र सरकार की प्राथमिकता है । विभागीय अधिकारियों द्वारा विगत दो वर्षों से मिडवाइफ कैडर को लेकर सिर्फ और सिर्फ फाइल फाइल खेला जा रहा है आज दिनांक तक सिवाय प्रशिक्षण देने के कोई अतिरिक्त उन्नति इस दिशा में नहीं हुई है ।
*सेवारत अनुभवी नर्सेज में बनी है असमंजस की स्थिति*
विभाग के आला अधिकारियों द्वारा मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर कोर्स की अनदेखी , विशेषज्ञ मिडवाइफ को स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं करने देने, कोई अतिरिक्त वित्तीय लाभ एवं कैरियर प्रोग्रेशन का कोई रोड मैप नहीं होने से सेवारत अनुभवी नर्सेज का असमंजस में है और बीच में कोर्स छोड़ रहे है जिसका प्रभाव प्रदेश की महिलाओं को नर्सेज द्वारा दी जाने वाली सम्मानजनक और गुणवतापूर्ण प्रसव सेवाएं पर पड़ेगा ।
*क्या है मिडवाइफ लेड केयर यूनिट*
मिडवाइफ लेड केयर यूनिट केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुरूप संचालित होने वाली यूनिट है जहां पर विशेषज्ञ नर्सेज यानी मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स और मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर स्वतंत्र रूप से सामान्य प्रसूताओं को सम्मानजनक और गुणवतापूर्ण प्रसव सेवाएं देते । और हाई रिस्क प्रसूताओं को पहचान कर समय पर चिकित्सक को रैफर करते है ।
*सेवारत अनुभवी नर्सेज की मांग*
कोर्स कर रहे नर्सेज का कहना है कि मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर एजुकेटर्स और मिडवाइफरी प्रेक्टनिशनर कोर्स में अध्ययनरत सेवारत नर्सेज की मांग है कि यह नर्सेज के विशेषज्ञ कोर्स है जो नर्सेज को विशेषज्ञ चिकित्सकों की भांति क्लिनिकल और टीचिंग दोनों क्षेत्र में काम करने का अवसर देता है इसलिए मिडवाइफ का अलग कैडर बनाया जाये और उन्हें उनकी योग्यता के अनुरूप कम से कम दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी जाए । साथ ही उनका कहना है जल्द ही उपरोक्त प्रकरण को माननीय चिकित्सा मंत्री एवं मुख्यमंत्री महोदय के प्रसंज्ञान में लाकर जान बूझकर विलम्ब करने , अनावश्यक नया कोर्स प्रारंभ करके भ्रम की स्थिति पैदा करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करेंगे ।
