बीकानेर :- इसे सहयोग कहे या अपराधियों के बुलंद हौसले बुलंद राजस्थान 21के एडिटर ऑफ chif के हाथों से मोबाइल छीन करके बदमाश भाग गए
इन वारदातों को देखकर यह लगता है कि जिले में बदमाशों के हौंसले दिनो दिन बुलंद होते जा रहे है। ये आए दिन भीड़ भाड़ वाली वाले क्षेत्रों में भी राह चलते लोगों से छीनाझपटी की वारदातों को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते है। हालांकि पुलिस भी त्वरित कार्रवाई करते हुए कई बदमाशों पकड़ चुकी है। इसके बावजूद पुलिस का यह नारा आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय सार्थक होता नजर नहीं आ रहा है। आखिर ऐसा क्यों आमजन को सोचने के लिए विवश कर रहा है। क्योंकि हाल ही में ऐसी अनेक घटनाएं घट रही है राह चलते लोगों के साथ मोबाइल, रुपए ओर सोने चांदी की चैन आदि छीनाझपटी की घटनाएं नहीं थम रही है। ये बदमाश बड़े शातिर तरीके से छीनाझपटी की वारदातों को अंजाम देकर आसानी से भागने सफल हो जाते है। छीनाझपटी की ताजी घटना रविवार की रात को एक पत्रकार के साथ हो गई। पत्रकार मोहन कड़ेला ने बताया कि वह रविवार की रात करीब 8.30 बजे अपनी साइकिल पर सवार होकर कीर्ति स्तम्भ से अपने जूनागढ की ओर आ रहे थे। इस दौरान किसी परिजन का फोन आने पर मोबाइल पर बात कर रहे थे। इसी दौरान पीछे से बाइक सवार दो जने मुंह पर ढाटा बंधे हुए आए और हाथ से मोबाइल (Vivo Y200) झपटकर रफ्तार से फरार हो गए। मोहन कड़ेला ने बताया कि उनके मोबाइल के पीछे कवर में करीब 2000 रुपए ओर प्रेस आईडी कार्ड भी था। घटना के तुरंत बाद बदमाशों का कुछ राहगीरों ने पीछा भी किया लेकिन वह अपनी बाइक रफ्तार से भगाकर फरार हो गए। उन्होंने घटना के बाद ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करवाई है।