अनुशासित वाणी समाचार
बीकानेर 06 दिसम्बर 2025।बीकानेर में समर्थ शिशु श्री राम कथा में पंडित श्याम जी मनावत ने बताया की प्रतिकूल परिस्थितियों सब के जीवन में आती है। कभी ना कभी सभी को उपेक्षा, अपमान और उलाहना सहना पड़ता है। इन प्रतिकूल परिस्थिति में यदि कोई बोध जाग्रत कर दे तो व्यक्ति ध्रुव बन जाता है और यदि कोई प्रतिशोध का भाव जाग्रत कर दें तो वह धुंधकारी बन जाता है। ध्रुव जी को भी पिता की गोद से मां ने उतार दिया। मां ने ललकार दिया और छोटे भाई ने दूत्कार कर दिया परंतु धन्य है ध्रुव जी की मां देवी सुनीति को जिन्होंने अपने बालक में भगवान की भक्ति का भाव जागृत कर दिया। अपमान को भी उत्थान का पायदान बना दिया। गिरते विचार को संस्कार दे दिया और कह दिया कि पिता की गोद में ना बैठ पाया तो क्या हुआ जा तू परमपिता की गोद में बैठ जा।
यह विचार मानस मर्मज्ञ भागवत आचार्य पंडित श्री श्याम जी मनावत ने व्यक्त किये आदर्श विद्या मन्दिर द्वारा आयोजित राम कथा में बड़ी संख्या में क्षेत्र के श्रोता पहुंचकर कथा का लाभ ले रहे है । पंडित मानवत जी कथा को अत्यंत व्यवहारिक और जीवन उपयोगी बनाकर प्रस्तुत कर रहे हैं जो सभी का मन मोह रही है। कथा का सुमधुर संगीत भक्तों को नृत्य के लिए विवश कर रहा है।
आज कथा का विषय तीन वर्ष से पाँच वर्ष के शिशुओं की माताओं का शिक्षण (अन्नादावस्था) शिक्षण रहा जोड़ो से आरती पूजन करवाया गया उनका सम्मान किया गया
आज के मुख्य यजमान श्री जयपाल जी मारू रहे, आदर्श शिक्षण संस्थान के जिला सचिव मूलचंद जी ने बताया की ब्रह्मलीन सन्त गो लोक वासी स्व श्री दुलाराम जी कुलरिया के त्रिरत्न भंवर-नरसी-पुनम जी कुलरिया ने इस राम कथा निमित 7 लाख का सहयोग किया है यह योगदान सिर्फ उनकी प्रसन्नता का ही नहीं बल्कि उनके पूज्य पिता ब्रह्मलीन सन्त दुलाराम कुलरिया के दानवीरता संस्कार की परिपाटी है। सदैव सनातन धर्म के लिये समर्पित कुलरिया परिवार का यह योगदान गौरवान्वित करने वाला है। एवम कथा में आये यजमानो, माननीय विनायक जी, माननीय टेकचंद जी बरडिया, शंकर लाल जी डूडी , रामलाल जी, नवीन जी सोलंकी, बनवारी लाल जी सैनी, अमोलख राम जी, बाबूलाल जी, अभिलाषा जी, सुमन जी छाजेड, पाना बाई जी , मक्खन जी कोठारी, सुमित जी खत्री, भंवर लाल जी मांगर, हजारी जी देवड़ा, मनीष जी गहलोत, प्रेम जी गहलोत, अतिथियों, विद्या भारती के अधिकारियो का परिचय करवाया व् सभी का सम्मान किया गया, सभी श्रोता गणों का आभार व्यक्त किया,
श्री लक्ष्मण दास जी रामावत द्वारा मंच संचालन किया गया व् पूज्य संत श्री रामसुख दास जी महाराज का कीर्तन करवाया, प्रधानाचार्य नवल किशोर सैनी ने बताया की बाबा रामदेव जी सामाजिक समरसता लोक कल्याण और एकता के प्रतीक है जिन्होंने जाति-भेद मिटाकर गरीबों की सेवा करके और समानता का संदेश देकर सभी धर्मों और वर्गों के लोगों को अपने साथ जोड़ा वे आज भी प्रेरणास्रोत बने हुए हैं बाबा रामदेव जी पर बालिका आदर्श विद्या मन्दिर गंगाशहर की बहिनों मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, प्रधानाचार्य सुनील माली, अनुसुइया रामावत, सुशीला हाडा, सभी आचार्य गण उपस्थित रहे
कथा के समापन पर भैरुदान जी सेठिया द्वारा कथा में लगे सभी कार्यकर्ताओ, मीडिया कर्मी, पधारे हुए श्रोता गणों, प्रबंध समिति विद्या मन्दिर परिवार, को धन्यवाद दिया गया और कहा की जो कथा में परोसा गया है उसको मन में उतारिये उसके एक बिंदु को अपने जीवन में उतारिये, सभ्यता सफलता की सबसे बड़ी पूंजी है,
