उत्तर प्रदेश के हाथरस में सिकंदराबाद के रति भानपुर फूल राई गांव में बड़ा हादसा हुआ है। यहां हो रही भोले बाबा के सत्संग के दौरान 50000 से अधिक संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे । मची भगदड़ में हजारों की संख्या में श्रद्धालु घायल हुए और समाचार लिखे जाने तक 116 लोगों की मौत बताई जा रही है जिसमें से कुछ लोगों कि पहचान हो चुकी है और हो सकता है मौत का आंकड़ा और घायलों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है अपुष्ट सूत्रों ने मरने वालों की संख्या अधिक भी बताई है।
रिपोर्ट के अनुसार हाथरस जनपद क़े सिकंदराराऊ थाना छेत्र क़े फुलरई गांव में सूट बूट वाले बाबा का सत्संग चल रहा था । कार्यक्रम की समाप्ति पर जब सूट बूट वाले बाबा अपने अनुयायियों के साथ निकल रहे थे उसी वक्त अन्य हजारों की संख्या में एकत्रित श्रद्धालुओं को उनके नजदीक जाने से रोका गया जिसके तहत अचानक भगदड़ मच गई. इस दौरान अनेकों श्रद्धालुओं की मौत हो गई.
बेहोश लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। कुछ श्रद्धालुओं के शव एटा भेजे गए हैं। कई शव हाथरस और अलीगढ़ लाए गए हैं। घायलों को अलीगढ़ व हाथरस में उपचार के लिए भेजा गया है।
मृतकों की डेड बॉडी एटा मेडीकल कॉलेज पहुंचाई गई है
हाथरस में आकर के आयोजन करने वाले सूट बूट वाले बाबा कि मंडली को जिम्मेदार बताया जा रहा है आयोजन करता इस घटना के बाद से फरार हो गए हैं और सूट बूट वाले बाबा इस घटना के बाद फरार हैं।
बताया जाता है करोना कल में भी फिरोजाबाद में भी इस सूट-बूट वाले पापा ने प्रशासन की अनदेखी करते हुए हजारों की संख्या में सत्संग का आयोजन किया था इस बाबा का विवादों से बहुत नजदीक से नाता है आयोजन करता वेद प्रकाश माथुर, महेश चंद्र, अनार सिंह, संजू यादव, चंद्र यादव , राम प्रकाश इत्यादि आयोजन करता बताए जाते हैं जो इस घटना के बाद से फरार चल रहे हैं बाबा पहले नौकरी करते थे वहां से इन्होंने इस्तीफा देकर अपनी पत्नी के साथ धार्मिक प्रवचन कार्यक्रम करने लगे हाथरस भगदड़ का जिम्मेदार बाबा एटा जिले के पटियाला गांव का रहने वाला बताया जाता है। मुख्यमंत्री योगी ने मीडिया को बताया कि यह हादसा है या साजिश इसकी जांच करवाई जाएंगी । यूपी के सीएम योगी ने हादसे में मरने वालों को दो लाख और घायलों को निशुल्क चिकित्सा सेवा के निर्देश दिए। यहां पर यह बता दें बाबा सरकार हरि पर पहले से यौन शोषण के पांच मुकदमे दर्ज है इस दुखद घटना पर पीएम मोदी , गृह मंत्री अमित शाह ने और अनेक राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने संवेदना प्रकट की है