बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के पीडियाट्रिक सेंटर में बच्चे का इलाज चल रहा है। थानाधिकारी सुमन शेखावत की सजगता से मासूम की जान बच गई।
जिले के देशनोक थाना इलाके में एक नवजात की पुलिस की सजगता के चलते जान बच गई। कोई निर्मोही मासूम को कट्टे में डालकर पलाना गांव की रोही में फेंककर चला गया। मासूम के रोने की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोगों ने इसकी सूचना देशनोक पुलिस को दी।
घटना की सूचना मिलते ही देशनोक थाना अधिकारी सुमन शेखावत मौके पर पहुंचीं और बच्चे को अपने कब्जे में लेकर बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के पीडियाट्रिक सेंटर पहुंचीं। वहां मासूम का इलाज जारी है। गनीमत ये रही कि थानाधिकारी सुमन शेखावत की सजगता से मासूम की जान बच गई।
जानकारी के अनुसार देशनोक पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना इलाके के पलाना की रोही में एक मासूम कट्टे में लिपटा हुआ है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची देशनोक थानाधिकारी सुमन शेखावत ने नवजात बच्चे को कट्टे से बाहर निकालकर सीधे पीबीएम अस्पताल पहुंचाया। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है
बताया जा रहा है कि प्रसव के तुरंत बाद इस बच्चे को कचरे में फेंक दिया गया है। यही कारण है कि बच्चे की नाल भी नहीं काटी थी। फिलहाल देशनोक पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है कि आखिर नवजात को यहां इस हालात में कौन छोड़ गया।