जिला कलक्टर ने की ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की योजनाओं की समीक्षा
मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान की तैयारियों के बारे में जाना, नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत मनरेगा श्रमिकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
बीकानेर, 5 जुलाई। जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जलदाय, विद्युत, सार्वजनिक निर्माण सहित समस्त लाइन डिपार्टमेंट, एमएलए और एमपी लैड के कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र जिला परिषद को उपलब्ध करवाई जाए। स्वीकृत कार्यों भूमि एवं तकनीकी रिपोर्ट भी प्राथमिकता से उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान के तहत करवाए जाने वाले पौधारोपण की तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि इसमें प्रत्येक विभाग की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। मनरेगा के तहत लगाए जाने वाले 3.40 लाख पौधों के बारे में जाना। उन्होंने बताया कि 1.09 लाख पौधे शैक्षणिक परिसर में लगाए जाएंगे। वहीं शेष पौधे चारागाहों, पंचायतों, श्मशान भूमियों सहित अन्य स्थानों पर लगाए जाएंगे। पौधारोपण कार्य में जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों और स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। पौधों की सुरक्षा एवं आवश्यक सहयोग मनरेगा द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक पौधे को जीओ-ट्री मोबाइल ऐप के माध्यम से टेग किया जाएगा। उन्होंने मनरेगा के तहत व्यक्तिगत लाभ के अधिक से अधिक कार्य करवाने के निर्देश दिए। एमएलए और एमपी लैड के स्वीकृत, प्रगतिरत और पूर्ण कार्यों के बारे में जाना तथा पूर्ण कार्यों के पूर्णता प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत से चारदीवारी विहीन स्कूलों के प्रस्ताव दिए जाएं। प्रत्येक पंचायत समिति क्षेत्र में नए आंगनबाड़ी केन्द्र भवन बनाए जाने संबंधी प्रस्ताव उपलब्ध करवाने को कहा। उन्हेांने कहा कि मनरेगा कार्यस्थल पर श्रमिकों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग ‘नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम’ से की जाए। इसके तहत श्रमिकों की उपस्थिति फोटो के साथ दर्ज करवाई जाए। यदि किसी श्रमिक की उपस्थिति गलत दर्ज की गई तो संबंधित अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होगा और उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्ब अभियान 2.0 के तहत किए जा रहे कार्यों के बारे में जाना और कहा कि इन कार्यों की गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान दिया जाए। वरिष्ठ अधिकारी इनकी नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने पंचायत समिति वार विभिन्न कार्यों की समीक्षा की। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल ने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी दी। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवि गर्ग, अधीक्षण अभियंता भूप सिंह, अधिशाषी अभियंता धीर सिंह गोदारा, राम निवास शर्मा, सहायक अभियंता सुंदर लाल गोदारा, अराधना शर्मा, मनीष पूनिया सहित समस्त विकास अधिकारी मौजूद रहे।