बीकानेर स्थापना दिवस पर उद्यमियों के साथ विकसित बीकानेर की परिकल्पना पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल …… 

बीकानेर राजस्थान
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बीकानेर स्थापना दिवस पर उद्यमियों के साथ विकसित बीकानेर की परिकल्पना पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ……

बीकानेर मुकुंद खंडेलवाल।

बीकानेर के 537 वे स्थापना दिवस पर विकसित बीकानेर की परिकल्पना पर सार्थक चर्चा हुई इस कार्यक्रम के आयोजक युवा उद्यमी पंकज अग्रवाल ने बताया आज अक्षय तृतीया के अवसर पर होटल बसंत विहार पैलेस में इस कार्यक्रम के माध्यम से बीकानेर के इतिहास को लेकर किस तरह से बीकानेर के विकास में हर व्यक्ति सहभागी बन सके इस पर प्रमुख प्रबुद्धजनों, उद्योगपतियों, प्रवासी बीकानेर वासियों के साथ चर्चा हुई इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारा प्रयास है विकसित बीकानेर की परिकल्पना में हर आम आदमी की भागीदारी रहे इस कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने अपने सुझाव रखे इन सुझावों पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के माध्यम से सरकार हमारे विकसित बीकानेर के सपने में भागीदार बने और ये परिकलना साकार हो सके इस पर चर्चा हुई केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने उधमियों से चर्चा में कहा आज पब्लिक पार्क, अभिलेखागार, ओरण संरक्षित, संस्कृति, स्वच्छता, धरोहर संरक्षण, एनर्जी पार्क, रेलवे फाटक, सूरसागर, सिरेमिक, सौर ऊर्जा, मंदिर जीर्णोधार, चिकित्सा, यातायात, उद्योग विकसित, हवाई संपर्क, अतिक्रमण, जैसे शहर के प्रमुख मुद्दों पर सुझाव मिले है और इन सुझावों में हर विषय पर होमवर्क कर बीकानेर के विकास के लिए कार्य करेंगे मेघवाल ने कहा नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कालखंड में सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राथमिकता रहेगी और इस कालखंड में विकसित बीकानेर के सपनों को पंख लगेंगे मेघवाल ने अपनी बात दुष्यंत के शेर के साथ बीकानेर का नाम जोड़ते हुए “हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए, सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं मेरी कोशिश है कि बीकानेर की सूरत बदलनी चाहिए” के साथ अपनी बात रखी। आज के इस कार्यक्रम में डॉ चंद्रशेखर पारीक, डॉ प्रताप सिंह, जयकिशन अग्रवाल, विनोद बाफना, डॉ रवि कुमार भनोत, इंदु सोलंकी, निमेश सुथार, डॉ पुखराज साध, विनोद भोजक, डॉ वैभव सचदेवा, डॉ एन. डी यादव, नंद व्यास, हेमन्त व्यास, डॉ जेपी सिंह, संदीप मकवाना, अनिरुद्ध मूंधड़ा, भुवनेश श्रीमाली, पवन व्यास, डॉ देवकिशन सारस्वत, लक्ष्मण मोदी, गोपाल सिंह, मुदित बोथरा, नितिन गोयल, रितेश व्यास, रवि गहलोत, सिद्धार्थ क़ुलरिया, अरविंद मूंधड़ा, वैभव अग्रवाल, गौरव जैन ने सुझाव रखे।