बीकानेर प्रधान संवाददाता
अनुशासित वाणी।
दिनांक 24 12 2023
बाबा श्री श्री 1008 गंगाई नाथ समाधि सेवा समिति जामसर के सानिध्य में सेवा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेंद्र कुमार जी शर्मा ओर सचिव शास्त्री श्याम सुंदर ओझा, सह सचिव गणेश कुमावत, कोशाध्यक्ष कमलेश शर्मा, उपाध्यक्ष रामुराम जी, योगेन्द्र शर्मा, रामकुमार, विजेन्द्र संमप्त, लक्ष्मण, उमेश ,पन्नालाल ,रामलाल, कालुसिंह, राकेश ओझा, कानाराम, सतपाल जैन, रवि अग्रवाल, बाबुलाल ,सुनिल गुप्ता, ईश्वर जैन, इत्यादि अनेक पदाधिकारी और अनेक कर्मठ कार्यकर्ताओं ने इस प्रोग्राम में बढ़ चढ़कर के हिस्स लिया ओर ईस कार्यक्रम की रूपरेखाओं के तहत समस्त कार्यकर्ताओं के विचारों को सम्मान पूर्ण, सद्भावनापूर्ण, आदरपूर्ण, सम्मान देते हुए, एकतत्व भाव से समस्त कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ,इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया्। और समस्त सभी समिति के पदाधिकारी गणमानिया स्थानीय लोगों पदाधिकारी, और सदस्यों के सूक्ष्म से सूक्ष्म विचारों के तहत आज कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पदाधिकारी और सदस्यों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये जिसके तहतआगामी अनेक दिव्य ऋषि महात्माओं के स्वागत समारोह के तहत 6 जनवरी 2024 को भजन संध्या और 7 जनवरी 2024 को समस्त ऋषि महात्माओं और भक्त जनों के सानिध्य पूर्ण आशीर्वाद के रूप में महा दिव्या चेतनय प्रसाद का आयोजन रखा गया है।
श्री श्री 1008 ब्रह्मलीन योगी श्री गंगनाथ बाबा जी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम के आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक रूपरेखा पर विचार विमर्श किया गया जिसमें समस्त कार्य कर्ताओं को दिशा निर्देश दिया गया। सर्व समिति से ,ताकि बाबा श्री योगी श्रीगंगाई नाथ जामसर समाधि स्थल पर स्वेच्छा से कार्यकर्ता अपना समय व श्रमदान प्रदान कर सके ,और अनेक प्रांतो से आने वाले दिव्य शक्तियों से युक्त ऋषि महात्माओं का आशीर्वाद वहां जामसर पर आने वाले समस्त भक्तगणों को पूर्ण रूप से मिल सके, उनके सानिध्य मिल सके ।और स्थानीय और अन्य प्रदेश से आने वाले साधकों को किसी प्रकार का वहां पर प्रसाद ग्रहण, रहना, खाना, वहां पर रुकना, इत्यादि में किसी भी प्रकार का कोई परेशानी का सामना न करना पड़े उसकी यह कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई ।ताकि समस्त भक्तगणों को उस समय किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े । चाहे वह उनके अपने यातायात के साधनों की पार्किंग व्यवस्था हो या किसी प्रकारक की रहने की इस ज्ञान को प्राप्त करने की विचार शैली की गहनता पूर्ण जांच पर की व्यवस्था हो इन सभी सूक्ष्म पहलुओं पर ध्यान चिंतन करते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्ण संपन्न किया । जिसके तहत इसकी रूपरेखा का निर्देश दिया गया जय श्रीश्री 1008 श्री गंगनाथ बाबा की जय हो