छात्र खिलाड़ी अपने भविष्य के प्रति चिंतित ?
स्पोर्ट्स स्कूल में व्याप्त अनियमितताओं के खिलाफ अब तक धरना जारी
बीकानेर :- सवाददाता सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में अनियमितताओं के खिलाफ चल रहे आंदोलन जारी है लेकिन शिक्षा विभाग के द्वारा अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया है छात्रों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा इस आंदोलन को अब कई जनप्रतिनिधि एवं समाज सेवियों का सहयोग मिल रहा है धरना स्थल पर बैठे क्षात्र खिलाड़ी दानवीर सिंह से जब हमारे संवाददाता ने इस आंदोलन के बारे में जानकारी लिए तो उन्होंने बताया कि। पिछले 17 सालों में खिलाड़ियों की डाइट मनी मैं ₹1 की भी बढ़ोतरी नहीं हुई इस डाइट मनी को बढ़ाने के लिए भी कई आंदोलन हुए लेकिन सरकार ने नहीं सुनी बच्चों की डाइट मनी ₹100 से बढ़कर ₹300 प्रति खिलाड़ी करना प्रशिक्षित और सहायक अध्यापकों को खाली पदों पर डिप्लोमा धारी अध्यापकों को नियुक्त करना ।इस आंदोलन के समर्थन में बीकानेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रघुवीर सिंह राठौड़ का कहना है। इसमें जो मांगे हैं जायज और व्यवहारिक मांगे हैं ।और काफी समय से छात्र भूख हड़ताल पर बैठे हैं और लंबे समय से यह मांग करते आए हैं इस पर गौर करना चाहिए नहीं तो यह आंदोलन और आगे बढ़ेगा। इन छात्र खिला़ड़ियों के समर्थन में विश्वजीत सिंह हरासर भी उतर गए हैं और उन्होंने आंदोलनकारी छात्रों को हर संभव आंदोलन में समर्थन देने का वादा किया है । इस आंदोलन में राष्ट्रीय स्तर के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी भैरू रतन ओझा, ने अपने साक्षात्कार में बताया की राज्य से लेकर केंद्र तक खेलो को बढ़ावा देने के लिए बड़े-बड़े पोस्टर छापते हैं, बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं ।और खेलो इंडिया जैसी स्कीम आ रही है । हम सभी छात्र खिलाड़ियों के विचार से धरातल पर काम नहीं हो रहे हैं । होर्डिंगऔर प्रमोशन पर ज्यादा खर्चा लग रहा है। वही पैसा अगर खिलाड़ियों पर लगे तो और अधिक खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा और अधिक सकारात्मक रिजल्ट आएंगे। इसका ओलंपिक भी गवाह है। इस आंदोलन में रघुवीर सिंह सेरूणा, गणेश धोबी, पूरनसिंह, नवल सिंह बेलासर, छोटू सिंह सहनाली इत्यादि धरना के समर्थन में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं।