Monday, June 30, 2025

बीकानेर

बहत्तर वर्षीय वृद्ध को हाथोंहाथ मिली पेंशन,  मुख्यमंत्री का जताया आभार*

बहत्तर वर्षीय वृद्ध को हाथोंहाथ मिली पेंशन, मुख्यमंत्री का जताया आभार*

*पंडित दीनदयाल अन्त्योदय संबल पखवाड़ा* *बहत्तर वर्षीय वृद्ध को हाथोंहाथ मिली पेंशन,    ‘बिकानेर,30 जुन।सुलेमान:-…
अपनी बात



प्रधान संपादक -जय सिंह

अनुशासन। किसी के। व्यक्तित्व का। आधार? है। हर व्यक्ति के जीवन में। अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण है। अगर आधार सही नहीं है। तो व्यक्तित्व मजबूत नहीं हो सकता। अनुशासन हमें सही समय में सही तरीके से समय का उपयोग करना या काम करना सीखाता है। अनुशासित होने का अर्थ है अपने शरीर व मस्तिष्क पर नियंत्रण रखना। यह हम अपने समाज के नियमों का पालन करने योग्य बनाता है। अनुशासन। अपने दैनिक जीवन में। अनुशासित रहना बहुत जरूरी है। हर व्यक्ति को अपने जीवन में अनुशासित रहना चाहिए। हमें हमेशा अनुशासन में रहें और अपने जीवन में सफल होने के लिए अपने माता पिता, शिक्षकों और समाज के हर व्यक्ति के साथ संयम से रहें। अपने जीवन में खुशहाल और शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए अनुशासित रहना बहुत जरूरी है। आज के आधुनिक समय में अनुशासन बहुत ही आवश्यक है क्योंकि इस व्यवस्था बड़े समय में यदि हम अनुशासन भरे दिनचर्या का पालन न करे तो हमारा जीवन अस्त व्यस्त हो जाएगा। जिसके कारण हम अपने जीवन में कभी। खुशी से नहीं रह पाएंगे। अतः। हम लोगों को बचपन से लेके अब तक। अनुशासित रहना चाहिए। बिना अनुशासन की प्रक्रियानिभायेहम किसी भी कार्य को सफलतापूर्ण। क्रियान्वित नहीं कर सकते। ।

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